kanchan singla

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संविधान दिवस

यह दिन था आजादी का

पूर्ण स्वतंत्रता की प्राप्ति का
बलिदान, त्याग, तपस्या से मिला था
संविधान लिखने का हक लिया था
न्याय, नीति के संचालन का 
हक मिला था प्रजापालक को
प्रजा के हितों की रक्षा की खातिर
नियमों का अनुबंधन किया गया
26 नवंबर 1949 को यह लिखा गया
26 नवंबर 1950 में भारत ने इसे अपनाया
भीमराव अंबेडकर जी की याद में
26 नवम्बर 2015 को इसे दिवस के रूप में मनाया गया 
खुलकर जीने की आज़ादी
सबको बोलने की आज़ादी
सबको बराबरी से जीने का हक
शिक्षा से लेकर व्यापार तक
खाने से लेकर रहने तक
जहां जाना चाहे वहां जाने का हक
एक आम इंसान होने का हक
इन मौलिक अधिकारों का लेखा जोखा
छप गया था भारत के पन्नों पर
सविधान बनकर जब लागू हुआ था
हर भारतीय ने इसे अपनाया
संविधान दिवस के रूप में उसे मनाया ।।


- कंचन सिंगला
लेखनी प्रतियोगिता -26-Nov-2022

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4 Comments

Khan

28-Nov-2022 09:56 PM

Nice 👌🌸

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Gunjan Kamal

28-Nov-2022 07:18 PM

बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति 👌🙏🏻

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